Kolkata Doctor Rape Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हुई हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आज इस मामले की सुनवाई हुई है जिसमें सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की है। वहीं उन्होंने आश्वासन दिया है कि अस्पतालों में उनकी सुरक्षा सुरक्षित की जाएगी।
सुनवाई के दौरान CJI की कड़ी टिप्पणी
कोलकाता रेप मर्डर केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच कर रही है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा,”न्याय और चिकित्सा को रोक नहीं जा सकता। क्या हम भी काम छोड़कर सुप्रीम कोर्ट के बाहर बैठ सकते हैं? 13 दिन से एम्स के डॉक्टर काम पर नहीं है। यह सही नहीं है, दूर-दूर से मरीज आते हैं। हमने डॉक्टर की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स बनाया है। डिस्ट्रेस कॉल सिस्टम बनाने जैसे सुझाव आज हमें दिए गए। टास्क फोर्स इस तरह के सभी सुझावों पर गौर करें। हमने पिछली सुनवाई में राज्य सरकार से शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बल प्रयोग न करने के लिए कहा था। हम साफ करना चाहते हैं कि हमने प्रदर्शन की अनुमति देने या मना करने के राज्य के अधिकार को खत्म नहीं किया है।”
प्रिंसिपल को तुरंत लिखवानी चाहिए थी FIR- सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने देर में एफआईआर लिखे जाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि,”यह बात अलग है। आपने शव मिलने के 14 घंटे बाद FIR लिखी। प्रिंसिपल को तुरंत FIR लिखवानी चाहिए थी, लेकिन प्रिंसिपल ने ने इस्तीफा दिया और उन्हें थोड़ी देर में दूसरे कॉलेज में नियुक्ति दे दी गई।” आपको बता दे इस दौरान बंगाल सरकार के वकील कपिल सिब्बल और जनरल तुषार मेहता के बीच काफी बहस हुई है।
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