‘जरूरी नहीं कि हमारे शिव भक्त…’ कांवड़ यात्रा पर AAP विधायक जुबैर अहमद का बयान बना सियासी तूफान!

दिल्ली में कांवड़ यात्रा को लेकर AAP विधायक चौधरी जुबैर अहमद के बयान से सियासी माहौल गरमाया, विपक्ष ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का लगाया आरोप।

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Kanwar Yatra 2025

दिल्ली में सावन महीने की कांवड़ यात्रा को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक चौधरी जुबैर अहमद के एक बयान ने राजनीतिक और धार्मिक गलियारों में हलचल मचा दी है। विधायक ने कहा कि “जरूरी नहीं कि हमारे शिव भक्त कांवड़ यात्रा में मीट की दुकानों से परेशान होते हों।” उन्होंने साथ ही ये भी स्पष्ट किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली में मीट की दुकानें बंद रखने की परंपरा पहले से चली आ रही है और इसमें कोई नई बात नहीं है। इस बयान को जहां कुछ लोगों ने तार्किक बताया, वहीं सोशल मीडिया पर एक तबका इसे हिंदू भावनाओं के खिलाफ मानकर तीखी प्रतिक्रिया दे रहा है।

जुबैर अहमद ने दी सफाई

चौधरी जुबैर अहमद ने कहा कि उन्होंने किसी धर्म या परंपरा का अपमान नहीं किया, बल्कि सिर्फ यह कहा कि प्रशासन को हर साल की तरह व्यवस्थाओं को शांतिपूर्वक बनाए रखना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। “मैं खुद सभी धर्मों की आस्था का सम्मान करता हूं। अगर कोई गलतफहमी फैलाई जा रही है, तो वह राजनीतिक मंशा से प्रेरित है,” विधायक ने सफाई देते हुए कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि दिल्ली सरकार हर साल कांवड़ यात्रा के लिए विशेष इंतज़ाम करती रही है और इस बार भी पूरी श्रद्धा और सुरक्षा के साथ यात्रा संपन्न कराई जाएगी।

विपक्ष का पलटवार और बढ़ता विरोध

विधायक के इस बयान पर बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि AAP का एक वर्ग धार्मिक परंपराओं को लेकर गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी करता है और इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा तेजी से ट्रेंड कर रहा है और कई यूजर्स विधायक के बयान को ‘धार्मिक सहिष्णुता के खिलाफ’ बता रहे हैं। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आम आदमी पार्टी इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है और क्या जुबैर अहमद को पार्टी की ओर से कोई चेतावनी या स्पष्टीकरण जारी किया जाएगा।

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