Ghaziabad News: मानो तो देवता वर्ना पत्थर हैं…. मान्यताओं पर आधारित यह कहावत हमेशा आपने सुनी होगी. यही कहावत गाजियाबाद में सही साबित हो गई. असल में, गाजियाबाद के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर बृजपाल त्यागी भगवान शिव के बड़े भक्त हैं. भगवान भोले के भक्त डॉक्टर बीपी त्यागी को कावड़ यात्रा पर जाकर भगवान भोले को जल चढ़ाने का बहुत ही शौक था, लेकिन अपने बिजी शेड्यूल के कारण वैसा वह नहीं कर पाते थे, जिनका उन्हें हर वर्ष दुख होता रहता था.
सपने में आए भगवान
1 दिन भगवान शिव जैसी आकृति डॉक्टर बृजपाल त्यागी को सपने में नजर आई, जिसमें उन्हें कावड़ियो की सेवा करने के लिए बोला. वह इसके बाद से ही डॉक्टर बीपी त्यागी कांवरियों की सेवा में लग गए. आज भी डॉक्टर बृजपाल त्यागी अस्पताल की ओर से एंबुलेंस और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती अलग-अलग कावड़ सेवा शिविरों में करते रहते हैं.
मिलता है परम सुख
डॉक्टर त्यागी ने बताया है कि कावड़ियों की सेवा करना भगवान शिव की सेवा करने के जैसा ही लगता है. विभिन्न दवाओं के साथ यह कैंप शिव पर जल चढ़ाने तक चलता है. इसमें आश्चर्य देखा जाता है कि कावड़ियों के लिए बेसिक दवाइयां मौजूद कराई जाती है कावड़ियों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था होती है. जहां उनका निशुल्क इलाज किया जाता है. कावड़ियों की सेवा करते समय ऐसा लगता है, जैसे मैं हरिद्वार से जलाकर मैं भगवान से ऊपर चढ़ा रहा हूं. कावड़ियों की सेवा करने के बाद मेरे मन में जो दुख था. वह पूरा खत्म हो गया है. यह भगवान शंकर की कृपा और उनकी मर्जी ही है. भगवान जिससे भी सेवा करवाना चाहते है तो कुछ ना कुछ मैसेज जरूर दे देते हैं.
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