Marriage Rituals: देव उठानी एकादशी से शादी विवाह शुरू हो चुके हैं। भारतीय विवाह में कई तरह के रश्मे में निभाई जाती हैं। शादी में मेहंदी की रस्म को बहुत ही खास माना जाता है। शादी से पहले दूल्हा दुल्हन के हाथों में मेहंदी लगाई जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की मेहंदी क्यों लगाई जाती है इसके पीछे की वजह क्या है। मान्यता है कि जो वर वधु की मेहंदी जितनी गाड़ी होती है उसका पार्टनर उसे उतना ही ज्यादा प्यार करता है। यह भी कहा जाता है कि जिसके हाथों में जितने लंबे समय तक मेहंदी का रंग होता है उसके लिए उसका पार्टनर उतना ही भाग्यशाली माना जाता है।
दूल्हा- दुल्हन के हाथों में क्यों लगाई जाती है मेहंदी
आपको बता दें मेहंदी सोलह सिंगार में शामिल होती है इसीलिए इसे लगाना बहुत ही जरूरी माना जाता है। इस प्यार की निशानी भी माना जाता है। मेहंदी की तासीर ठंडी होती है साथ ही माना जाता है की शादी के समय दूल्हा दुल्हन दोनों को काफी घबराहट होती है। ऐसे में ठंडी तासीर होने वाली मेहंदी बॉडी टेंपरेचर को मेंटेन रखती है। मेहंदी लगाने के कई सारे फायदे भी हैं।
जाने मेहंदी लगाने के फायदे
-मेहंदी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। ऐसे में जब आप मेहंदी की पत्तियों को पीसकर अपने हाथों में लगाते हैं तो हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को खत्म कर देता है। इससे वायरल बीमारियां भी खत्म हो जाती हैं।
-शादी के समय दूल्हा दुल्हन को शारीरिक थकान के साथ-साथ मानसिक तनाव भी होता है। मेहंदी की खुशबू मस्तिष्क को ठंडा और शांत रखती है इसीलिए मेहंदी लगाना बहुत ही जरूरी माना जाता है।
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