उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP प्रत्याशी जगदंबिका पाल के बढ़ते जनादेश से विपक्ष बेचैन

लोगों की माने तो इस बार जगदंबिका पाल काफी बढ़त बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के कुछ लोगों का मानना है कि वह इस बार चार लाख से ज्यादा वोटो से जीत दर्ज कराएंगे।

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Jagdambika Pal

Jagdambika Pal: पूर्वांचल के बस्ती जिले के डुमरियागंज की लोकसभा सीट खास चर्चा में बनी हुई है। यहां से भाजपा प्रत्याशी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगदंबिका पाल के बढ़ते जनादेश को देखकर विपक्ष काफी बेचैन है। जगदंबिका पाल पूर्वांचल के जनप्रिय नेताओं में जाने जाते हैं। वह हर समाज,हर तबके के लोगों में खासी पकड़ रखते हैं। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताते हुए डुमरियागंज से प्रत्याशी घोषित किया है। लोगों की माने तो इस बार जगदंबिका पाल काफी बढ़त बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के कुछ लोगों का मानना है कि वह इस बार चार लाख से ज्यादा वोटो से जीत दर्ज कराएंगे।

1 दिन के लिए बने थे मुख्यमंत्री

जगदंबिका पाल 1998 में कांग्रेस से अलग होकर लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था और एक दिन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।जब मायावती ने बीजेपी से अपना समर्थन ले लिया था और कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी तो उस वक्त संवैधानिक नियमों को ताक पर रख कर जगदंबिका पाल को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन वह 31 घंटे ही सीएम रह पाए थे। लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। भारत के राजनीतिक इतिहास में जगदंबिका पाल का नाम सबसे कम दिन के मुख्यमंत्री के रूप में दर्ज है।

2014 से नहीं हारे हैं चुनाव

भाजपा प्रत्याशी जगदंबिका पाल 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा और जीता भी। जगदंबिका पाल लगातार 2014 से चुनाव जीत रहे हैं इस बार भी वह जीत की हैट्रिक लगाने वाले हैं। इससे पहले 2009 में भी वह इसी सीट से लोकसभा का चुनाव जीते थे। लेकिन तब वह कांग्रेस से सांसद बने थे।2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया। इसके बाद भाजपा ने उन पर भरोसा जताते हुए डुमरियागंज से टिकट दिया था और उन्होंने जीत भी दर्ज कराई थी। जगदंबिका पाल तीन बार विधायक भी रह चुके हैं।

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