उमराह बस हादसे ने सोमवार सुबह पूरे सऊदी अरब में हलचल मचा दी। मक्का से मदीना की ओर जा रही यह बस तीर्थयात्रियों से भरी हुई थी। सभी यात्री उमराह करके लौट रहे थे और सफर सामान्य ही चल रहा था। लेकिन हाईवे के एक मोड़ पर अचानक हालात बदल गए। बस की टक्कर सामने से आ रहे एक डीज़ल टैंकर से हो गई। कुछ ही पलों में डीज़ल ने आग पकड़ ली और पूरी बस आग का गोला बन गई। गवाहों के अनुसार, आग इतनी तेज़ थी कि कोई सोच भी नहीं सकता था कि अंदर क्या चल रहा होगा। वहीं उमराह बस हादसे की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर चिंता और दुख की लहर दौड़ गई।
यात्रियों की चीखें, धुएं का गुबार और बचाव दल की जद्दोजहद
उमराह बस हादसे के बाद जो दृश्य सामने आया वह कंपा देने वाला था। बस के भीतर फंसे लोग बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आग और धुएं की वजह से हालात बेहद भयावह थे। कई यात्री मौके पर ही बेहोश हो गए तो कई लोग सीटों से बाहर नहीं निकल सके। दुर्घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि बस का दरवाज़ा आग पकड़ने के बाद जाम हो गया था, जिसकी वजह से यात्री अंदर ही फंसते चले गए। बचाव दल के पहुंचते-पहुंचते आग बहुत ज़्यादा फैल चुकी थी। दमकल विभाग, पुलिस और रेस्क्यू टीमों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उमराह बस हादसे में 42 लोगों की मौत की आशंका जताई गई है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
हादसे के पीछे क्या थी बड़ी लापरवाही?
जब से उमराह बस हादसे की खबर सामने आई है, तब से हादसे की वजहों पर कई सवाल उठ रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्टों के मुताबिक बस और टैंकर दोनों तेज़ रफ्तार में थे। हाईवे पर एक मोड़ पर दोनों वाहनों की स्पीड-थ्रिलिंग टक्कर हुई, जिससे टैंकर का ईंधन टैंक फट गया और आग ने तेजी से बस को अपनी चपेट में ले लिया। विशेषज्ञों का मानना है कि बस में आपातकालीन निकास व्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही थी, यही वजह रही कि यात्रियों के निकलने में देर हो गईउमराह बस हादसे के बाद सऊदी प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं मृतकों की पहचान प्रक्रिया भी तेज की जा रही है, क्योंकि कई शव आग में बुरी तरह झुलस चुके हैं।
शोक में डूबे परिवार और विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
उमराह बस हादसे की खबर के बाद भारत भी शोक में डूब गया, क्योंकि मृतकों में बड़ी संख्या भारतीय नागरिकों की बताई जा रही है। विदेश मंत्रालय ने भी हादसे की पुष्टि की और गहरी संवेदना जताई। भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं ताकि परिजनों को अपने प्रियजनों की जानकारी मिल सके। दूसरी ओर, जिन परिवारों के लोग उमराह के लिए गए थे, उनके घरों में अफरा-तफरी का माहौल है। कई परिवार फोन कॉल्स का इंतजार कर रहे हैं, जबकि कई लोग सऊदी अरब जाने की तैयारी में हैं। उमराह बस हादसे ने न सिर्फ सऊदी अरब बल्कि भारत के कई राज्यों में मातम का माहौल पैदा कर दिया है। हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि तीर्थयात्रा का सफर कितना संवेदनशील हो सकता है और सुरक्षा व्यवस्थाओं में सुधार क्यों जरूरी है।
