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महिलाओं की आड़ में फर्जी मुकदमों में फंसाने वाले गिरोह की अब खैर नहीं, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने दिया मामले की जांच कर कार्यवाही का निर्देश

गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी दिलीप कुमार पुत्र सिद्धनाथ गैंग के सरगना के रूप में सक्रिय हैं। उनके पत्र पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने आईजी बस्ती को मामले की जांच सौंपी है।

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Basti News: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में महिलाओं को रुपया दिलाने का लालच देकर निर्दोष लोगों को दुराचार जैसे मामलों में फंसाकर रंगदारी करने वाले गिरोह सक्रिय है। जिसकी वजह से लोग काफी परेशान है और प्रतिष्ठित लोगों की छवि धूमिल हो रही है। वही अब रंगदारी करने वाले गिरोह के मामले की जांच आईजी करेंगे। इस मामले को लेकर गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी शशिकांत पुत्र स्वर्गीय रामचंद्र ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि जनपद में अनेक लोग षड्यंत्रकारियों के चंगुल में फंसकर तबाह और बर्बाद हो रहे हैं और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा से खिलवाड़ किया जा रहा है। गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी दिलीप कुमार पुत्र सिद्धनाथ गैंग के सरगना के रूप में सक्रिय हैं। उनके पत्र पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने आईजी बस्ती को मामले की जांच सौंपी है।

झूठे मुकदमे दर्ज करा कर करता है रंगदारी

जनपद में सक्रिय गैंग लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराता और फिर रंगदारी करता है। शशिकांत पांडेय ने कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा है कि, पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र की करमा निवासिनी मिथिलेश को भी इसने अपने जाल में फंसा कर कुछ लोगों पर दुराचार जैसा झूठा मुकदमा दर्ज करवा चुका है। मिथिलेश ने एसपी को दिए शपथ पत्र और प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसने गत 20 जुलाई 2024 को एक प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया था। वह पूरी तरह से गलत है उसके साथ कोई भी गलत काम नहीं हुआ है। वह 20 जुलाई को अपने निजी काम से बस्ती कचहरी गई थी जहां पर उसे गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी दिलीप पांडेय मिले और उनके साथ में दो और लोग भी थे जो अपने आप को पत्रकार बता रहे थे। उन्होंने कहा तुम्हारा कौन सा काम है जो नहीं हो रहा है। अगर तुम हमारा एक काम कर दो तो हम तुम्हारा सारा काम करवा देंगे तुमको काफी पैसे भी दिलवा देंगे। इसी लालच में आकर उसने वही किया जो दिलीप पांडे ने कहा। दिलीप पांडे एक प्रार्थना पत्र टाइप कर कर आए और उस पर उससे हस्ताक्षर करने के लिए कहा तो उसने बिना पढ़े उस पर हस्ताक्षर कर दिया।

बाद में दिलीप पांडेय द्वारा बताया गया तब उसने मना कर दिया तो उसे डराने और धमकाने लगे। जो प्रार्थना पत्र दिया गया है वह गलत है उसके साथ कुछ भी नहीं हुआ है। जिनका नाम इसमें लिखा है मैं उनको जानती भी नहीं हूं। उसके द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र में जितेंद्र पांडे व शशिकांत तथा नंदकिशोर यादव निर्दोष हैं। इन तीनों पर कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। वे लोग निर्दोष हैं।

आईजी करेंगे गिरोह के मामले की जांच

शशिकांत ने प्रार्थना पत्र देते हुए आगे बताया कि संगीता पत्नी दिनेश कुमार निवासी ग्राम मदारजोत ने थाना-पुरानी बस्ती ने एसपी को दिये प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके गाँव के कुछ लोग समूह के नाम पर कुछ लोगो से तथा उससे आधार कार्ड, फोटो तथा सादे कागज पर हस्ताक्षर बस्ती से दिलीप पाण्डेय व उनके दो लोग जा करके पूरा फाइल तैयार कराकर लेकर आये और उन लोगो के नाम से कोर्ट में फर्जी 156 (3) के तहत झूठे अनजान व्यक्तियों पर मुकदमा करवाते है। इसके बाद उन व्यक्तियों से मिलकर सुलह समझौता के तहत वह अच्छा पैसा वसूलते हैं। इस गिरोह की वजह से हम महिलाओं को बदनाम होना पड़ता है। वही हम लोगों को मोबाइल नंबर 6391194326 से बार बार धमकी आ रही है कि अगर कही शिकायत करोगी तो तुम्हारी इज्जत लूट लेंगे और तुम्हे जान से मरवा देंगे। वही शशिकांत की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने आईजी बस्ती को मामले की जांच सौंपते हुए विधि सम्मत कार्रवाई का आदेश दिया है। अब इस मामले की जांच आईजी बस्ती करेंगे।

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