Baba Siddiqui murder Case: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इस मामले में आज रविवार को शूटर शिवकुमार और उसे पनाह देने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश और मुंबई क्राइम की जॉइंट टीम ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी को उत्तर प्रदेश के बहराइच से धर दबोचा है।
नेपाल भागने की फिराक में था शूटर
पुलिस ने शूटर शिवकुमार की गिरफ्तारी के अलावा उसे शरण देने वाले और नेपाल भागने की कोशिश के लिए मदद करने के अपराध में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी शूटर शिवकुमार नेपाल भागने की फिराक में था। एसटीएफ की टीम का नेतृत्व प्रवेश कुमार शुक्ला के मुख्यालय स्थित टीम के सब इंस्पेक्टर जावेद आलम सिद्दीकी द्वारा किया गया। बताया जा रहा है कि बहराइच के गण्डारा निवासी शिव बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल था मुख्य आरोपी की मुंबई पुलिस 1 महीने से तलाश कर रही थी।
हत्या करने के लिए मिलने थे 10 लाख रुपए
आरोपी शिवकुमार ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शिवकुमार ने कहा कि वो और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। मेरी और शुभमन लोनकर की स्कैप की दुकान बगल में ही थी। शुभमन लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है। उसने मेरी बात स्नैपचैट के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से कई बार कराई है। बाबा की हत्या के बाद 10 लाख रुपए देने का वादा किया गया था। इसी के साथ कहा गया था कि हर महीने तुम्हें कुछ ना कुछ मिलता रहेगा। हत्या के लिए हथियार और कारतूस, मिस, मोबाइल फोन शुभम लोनकर और मो. यासीन अक्तर ने हम लोगों को दिया था। हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों शूटर को नई सिम और मोबाइल फोन दिए गए थे। हम लोग कई दिनों से बाबा सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे 12 अक्टूबर 2024 की रात में सही समय मिलने पर हम लोगों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी।