विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, वर्ष 2018 में दुनिया भर में कैंसर के कारण लगभग 9.6 मिलियन लोगों की मौत हुई — यानी हर छह में से एक मौत कैंसर की वजह से हुई। ये आंकड़े डराते हैं, लेकिन इससे भी डरावनी सच्चाई ये है कि ज्यादातर लोगों को समय रहते इसके लक्षणों का पता ही नहीं चलता।
भारत में स्तन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर तेजी से फैल रहे हैं। ऐसे में जागरूकता ही बचाव है। आइए जानते हैं शरीर के वो 7 संकेत, जिन्हें नज़रअंदाज़ करना जानलेवा साबित हो सकता है।
1. पाचन तंत्र की गड़बड़ी: सिर्फ एसिडिटी नहीं, हो सकती है बड़ी चेतावनी
अगर लंबे समय तक पेट दर्द, कब्ज या दस्त की समस्या बनी रहती है, या मल त्याग में लगातार परेशानी हो रही है, तो इसे हल्के में न लें।
मल में खून आना
अचानक पेट फूलना
गैस या जलन की असहनीय स्थिति
ये कोलोरेक्टल कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
2. लगातार थकान रहना – जब आराम भी राहत न दे
थोड़ी बहुत थकान आम है, लेकिन अगर आपको
हर दिन थकावट महसूस होती है
पूरी नींद के बाद भी एनर्जी नहीं आती
काम करने का मन नहीं करता
तो ये सामान्य नहीं है। थकान कई प्रकार के कैंसर जैसे ल्यूकेमिया या कोलन कैंसर का संकेत हो सकती है।
3. बिना वजह वजन घटना – खुशी नहीं, सतर्क होने का वक्त
अगर आप डाइटिंग नहीं कर रहे हैं, फिर भी
कुछ ही महीनों में 5 से 10 किलो वजन कम हो गया है
कपड़े अचानक ढीले लगने लगे हैं
तो ये शरीर के अंदर किसी गंभीर बीमारी का इशारा हो सकता है। खासकर पेट, लिवर, पैंक्रियास और फेफड़ों के कैंसर में वजन तेजी से घटता है।
त्वचा में बदलाव – तिल, घाव और रंग को नज़रअंदाज न करें
क्या आपको त्वचा पर नया तिल दिखा है या
पुराने तिल का रंग बदल गया है?
कोई घाव हफ्तों से नहीं भर रहा?
त्वचा पर खुजली या छाले बार-बार हो रहे हैं?
ये सब स्किन कैंसर (Melanoma) के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
5. मुंह या गले में जख्म – जो न ठीक हो, न दिखे आम
अगर मुंह के अंदर छाले, सफेद या लाल पैचेस लंबे समय तक बने रहते हैं, तो
ये मुंह का कैंसर हो सकता है
धूम्रपान करने वालों को ज्यादा खतरा होता है
आवाज में भारीपन, निगलने में परेशानी भी गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है
6. शरीर में गांठ या सूजन – दर्द नहीं हो, तब भी गंभीर हो सकती है
स्तन, गर्दन, बगल या जांघ के पास किसी भी तरह की असामान्य गांठ या सूजन को नज़रअंदाज़ न करें।
स्तन कैंसर की पहचान अक्सर गांठ से ही होती है
टेस्टिकल्स में गांठ होने पर भी तुरंत जांच करानी चाहिए
दर्द न होना इसका मतलब यह नहीं कि खतरा नहीं है
7. बार-बार बुखार या संक्रमण – इम्यून सिस्टम पर हमला कर रहा है कुछ?
अगर बिना वजह
बार-बार बुखार आ रहा है
शरीर में जलन, खुजली या पसीना ज्यादा आ रहा है
अक्सर इन्फेक्शन हो रहा है
तो यह भी ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया) का संकेत हो सकता है। शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा हो, यह इशारा हो सकता है।
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