जिंदा बेटी का पिता ने किया अंतिम संस्कार, प्रेमी के साथ भाग कर की थी शादी

औल थाना इलाके के देमल गांव के मुना मलिक की बेटी दीपांजलि मलिक (20) ने 28 अगस्त को अपने प्रेमी राजेंद्र मलिक (23) के साथ मंदिर में शादी कर ली।

261
marriage

Odisha News: ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले से एक बहुत ही हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल एक लड़की ने परिवार के मर्जी के खिलाफ जाकर अपने प्रेमी के साथ भाग कर शादी कर ली तो पिता ने बहुत बड़ा कदम उठाते हुए जिंदा ही अंतिम संस्कार कर दिया। औल थाना इलाके के देमल गांव के मुना मलिक की बेटी दीपांजलि मलिक (20) ने 28 अगस्त को अपने प्रेमी राजेंद्र मलिक (23) के साथ मंदिर में शादी कर ली।

परिवार के खिलाफ जाकर की शादी

परिवार के मर्जी के खिलाफ जाकर जब बेटी ने शादी की तो माता-पिता नाराज हो गए और उन्होंने अपनी जिंदा बेटी को मृत घोषित कर दिया। दीपांजलि के पिता मुना मलिक ने कहा,”हमारी बेटी राजेंद्र के संग भाग गई है हमने अउल पुलिस थाने में उसके खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई। पुलिस ने पता लगा कर हमारी बेटी को हमें सौंप दिया लेकिन दीपांजलि ने मेरी मर्जी के खिलाफ जाकर गांव के मंदिर में राजेंद्र के साथ विवाह कर लिया। उसने पूरे परिवार को संसार कर दिया। जिससे मैं काफी दुखी हुआ और हमने अंतिम संस्कार कर दिया और अब वह हमारे लिए मर चुकी है। हमें सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करने के लिए हमने पिंडदान कर दिया है। इतना ही नहीं मैं दशहा भोज का आयोजन कर दिया।”

‘मेरे बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया’

वही लड़के राजेंद्र के पिता अनंत मलिक ने कहा कि मेरे बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है हमने दीपांजलि को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर लिया है। वही दीपांजलि ने कहा मेरी शादी की उम्र हो चुकी थी मैंने सही फैसला लिया है। केंद्रपाड़ा के मानवाधिकार कार्यकर्ता अमरपालरा विश्व वाले कहा लड़का और लड़की दोनों की उम्र शादी की हो चुकी थी। 18 वर्ष की आयु होने के बाद मनपसंद शादी करने का अधिकार होता है। लड़की के परिवार वालों ने उसका अंतिम संस्कार करके उसे अपमानित किया है उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है।

Read More-‘इंडिया वर्सेस भारत’ की लड़ाई में चक्कर में फंसी सपा, ना कर पा रही विरोध नाहीं समर्थन, जाने क्या है वजह