Amitabh Bachchan: बॉलीवुड इंडस्ट्री के शहंशाह कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या पहुंचे थे। इस दौरान वह रामलला की भक्ति में डूबे हुए नजर आए थे। राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद फिर से अमिताभ बच्चन अयोध्या पहुंचे हैं जहां से उनकी एक तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में अमिताभ बच्चन भगवान राम की भक्ति में डूबे हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन की ओर से करें इंतजाम किए गए।
अमिताभ बच्चन की रामलला की पूजा
अमिताभ बच्चन दूसरी बार अयोध्या पहुंचे हैं जहां वह सबसे पहले रामलला के दर्शन करने के लिए गए। इस दौरान अमिताभ बच्चन ने मंदिर में पूजा अर्चना की और उसके बाद सीधा अयोध्या मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल के घर पहुंच गए। इसी बीच कई प्रशासनिक अधिकारी अपने परिवार के साथ उनसे मिलने पहुंचे और फोटो खिंचवाई। फिर अमिताभ बच्चन लगभग 4:00 बजे एक मशहूर ज्वैलरी ब्रांड के शोरूम का उद्घाटन किया और इस दौरान उन्होंने जय श्री राम के नारे भी लगाए। वही आपको बता दे इस दौरान अमिताभ बच्चन ने एक दिलचस्प के सभी सुनाया है।
अमिताभ बच्चन ने सुनाया दिलचस्प किस्सा
वहीं मंच के संचालक ने उनकी फिल्म का गाना ‘होली खेले रघुवीरा, अवध में होली खेले रघुवीरा…’ गया इसके बाद अमिताभ बच्चन ने अपने जीवन से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। अमिताभ बच्चन ने कहा, ’22 जनवरी को हम यहां आए थे आज फिर आए हैं। मुझे ऐसा लगता है कि अब आना-जाना यहां निरंतर लगा रहेगा। बहुत से लोग कहते हैं कि आपका आना-जाना नहीं होगा तो कैसे आपसे ताल्लुक बढ़ाया जाएगा। बाबूजी ने एक बार हमसे एक बात बताई थी। हमारा जन्म इलाहाबाद में हुआ था। इसके बाद हम दिल्ली रहे, कोलकाता रहे और मुंबई रहे तो बात होती थी कि कहां-कहां रहे आप तो हैं उत्तर प्रदेश के। तो वह कहा करते थे कि, ‘हाथी घूमने गांव गांव जेके के हाथी ओके नाव…। यह सच है कि हम दिल्ली रहे, कोलकाता रहे, मुंबई रहे लेकिन जहां भी रहे कहलाया गया ‘छोरा गंगा किनारे वाला।’