नवरात्रि में कब पड़ रही अष्टमी और नवमी? जाने कब खिलाए कन्याएं

घट स्थापना करने वाले भक्त अष्टमी या नवमी तिथि को हवन, कन्या पूजन करते हैं। मान्यता है कि हवन और कन्या पूजन करने से नवरात्रि व्रत और पूजा का पूरा फल मिलता है।

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Kanya Pujan Muhurt

Kanya Pujan Muhurt: शारदीय नवरात्र चल रहे हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है। आठ नवरात्रि पड़ते हैं तो कभी सात, तो कभी 9 नवरात्रि रखे जाते हैं । शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। नवरात्रि की अष्टमी को महाअष्टमी और नवमी को महानवमी कहते हैं। नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। घट स्थापना करने वाले भक्त अष्टमी या नवमी तिथि को हवन, कन्या पूजन करते हैं। मान्यता है कि हवन और कन्या पूजन करने से नवरात्रि व्रत और पूजा का पूरा फल मिलता है।

एक ही दिन पड़ रही अष्टमी और नवमी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है। अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 पर प्रारंभ होगी। और 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 पर समाप्त होगी‌। वही नवमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 की दोपहर 12:06 से प्रारंभ होकर 12 अक्टूबर की सुबह 10:58 पर समाप्त होगी। सप्तमी युक्त अष्टमी पर व्रत अष्टमी का व्रत नहीं रखना चाहिए। इसीलिए अष्टमी और नवमी दोनों ही 11 अक्टूबर 2024 को मानी जाएगी।

कब होगा कन्या पूजन?

इस साल शारदीय नवरात्रि का कन्या पूजन 11 अक्टूबर को होना चाहिए। 11 अक्टूबर को कन्या पूजन करने के लिए शुभ मुहूर्त है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:40 से 5:29 तक है वहीं सुबह 5:04 से 6: 16 तक कन्या खिला सकते हैं। वहीं दोपहर 11: 43 से दोपहर 12:30 तक कन्याएं खिला सकते हैं। कन्या पूजन में कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें आदर पूर्वक भोजन करना चाहिए और दक्षिणा देकर सम्मान सहित उन्हें विदा करना चाहिए।

Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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