Basti News: बस्ती जिले के गौर थाना क्षेत्र के हलुवा गांव निवासी श्रवण कुमार उर्फ मूसे पुत्र रामअजोर कश्यप का शव शुक्रवार को थाना क्षेत्र के ही सांवडीह गांव के बाहर जंगल में पेड़ की डाल में लटकता मिला। शव के पास उसकी बाइक भी खड़ी मिली मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को तहरीर देकर मामले में की सुनवाई करने का अनुरोध किया। लेकिन पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई करने की बात कर रही थी। जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिग की बात सामने आई तो ग्रामीणों ने आरोपितों व पुलिस पर मनचाही रिपोर्ट बनवाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को सड़क जाम कर दिया।
पुरानी रंजिश को लेकर हुई हत्या
दिवंगत की मां महातम देवी ने पुलिस को बताया कि गुरुवार की शाम को उनका पुत्र हलुवा चौराहे पर बिरयानी खाने गया था वहां पर कुछ लोगों से उसका झगड़ा हो गया रात को लगभग 10 बजे जब घर लौटा तो 12 बजे किसी ने उसे फोन करके बुलाया। वह घर से बाहर अपनी बाइक से निकल गया काफी रात होने के बाद जब घर वापस नहीं आया तो परिवार वालों को चिंता सताने लगी। सुबह उसका शव पेड़ से लटकता मिला। दिवंगत की मां ने पुरानी रंजिश को लेकर गांव के ही दो लोगों पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। परिवार वालों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया है कि पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है और आरोपीयों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने चौराहे पर जाम लगा दिया।
गुस्साए ग्रामीणों ने शव रखकर लगाया जाम
आज शनिवार को गुस्साए ग्रामीणों ने सुबह हलुवा बाजार में सड़क पर शव रख कर जाम लगा दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि तहरीर के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए। गौर थाना प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और पूरे दिन उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने।इतना ही नहीं क्षेत्रीय विधायक कविंद्र चौधरी भी मौके पर पहुंचे ग्रामीणों से बातचीत की लेकिन फिर भी कुछ हल नहीं निकल सका। दोपहर 12:00 बजे एसडीएम हर्रैया गुलाब चंद्र, सीओ हर्रैया से शेषमणि उपाध्याय, प्रभारी निरीक्षक परशुराम, पैकोलिया थाना अध्यक्ष जनार्दन प्रसाद भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे नाराज ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की लेकिन परिजन और ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे।
आश्वासन मिलने के बाद खुला जाम
क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखने वाले भाजपा नेता रमाकांत पांडे के बड़े भाई और समाजसेवी शशिकांत पांडे ने भी काफी प्रयास किया इसके अलावा एसडीएम हर्रैया, सीईओ हर्रैया और थाना अध्यक्ष के साथ सभी अधिकारियों के अथक प्रयास से जाम खुलवाया गया। प्रशासन ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला और फिर परिजनों के साथ शव का अंतिम संस्कार किया। वही ग्रामीणों ने कहा कि 5 दिन के अंदर अगर कार्रवाई नहीं हुई तो पुनः फिर से सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे।