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जेल में इमरान खान से मुलाकात पर रोक, बहनों का फूटा गुस्सा, पाकिस्तान में पूरी रात हुआ बवाल,

अदियाला जेल में बंद इमरान खान से उनकी बहनों को मिलने नहीं दिया गया तो रावलपिंडी में बड़ा विरोध शुरू हो गया। PTI नेताओं और समर्थकों के साथ बहनों ने धरना दिया।

इमरान खान

पाकिस्तान के रावलपिंडी में अदियाला जेल के बाहर एक बार फिर गर्मा–गर्मी बढ़ गई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहनों को कई हफ्तों से उनसे मिलने की अनुमति नहीं मिल रही थी, जिसके बाद उन्होंने PTI नेताओं और हजारों समर्थकों के साथ जेल गेट के बाहर धरना शुरू कर दिया। इमरान की बहन नोरीन नियाज़ी ने कहा कि अगर सरकार उन्हें सिर्फ पाँच मिनट भी अपने भाई से मिलवा दे, तो वे शांतिपूर्वक वापस चली जाएंगी। लेकिन जेल प्रशासन लगातार मुलाकात से इनकार कर रहा है, जिससे लोगों में बेचैनी और गुस्सा बढ़ता जा रहा है।

महिला प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी का दावा

धरने के दौरान हालात उस समय बिगड़ गए जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की। PTI नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने इमरान खान की बहनों और महिला समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की की, कुछ को जमीन पर गिरा दिया और कई लोगों को जबरन हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने इसे अमानवीय बताया और कहा कि महिलाओं के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह पूरी तरह निंदनीय है। इस घटना के बाद प्रदर्शन और अधिक उग्र हो गया और लोग सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगे।

मुलाकात पर रोक की वजह अब भी रहस्य

इमरान खान की बहनों ने यह भी आरोप लगाया कि अदालत ने उन्हें इमरान खान से मिलने की अनुमति दी थी, फिर भी जेल प्रशासन और सरकार लगातार नियमों की अनदेखी कर रही है। उनका कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है—पिछले चार हफ्तों से हर बार उन्हें किसी न किसी बहाने से लौटा दिया जाता है। नोरीन नियाज़ी ने सवाल उठाया कि आखिर इमरान खान को किस हालत में रखा गया है और क्यों सरकार उन्हें अपने भाई का हाल जानने भी नहीं दे रही। इससे लोगों के मन में और भी संदेह पैदा हो गया है।

PTI का अल्टीमेटम—मिलने दो, नहीं तो आंदोलन बढ़ेगा

धरने में मौजूद PTI नेताओं ने साफ कहा है कि अगर इमरान खान की बहनों को मुलाकात की इजाज़त नहीं दी गई, तो यह विरोध और बड़ा रूप लेगा। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यह सिर्फ एक पारिवारिक मुद्दा नहीं, बल्कि अधिकारों की लड़ाई है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने का भी एलान किया। रावलपिंडी में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और लोग सरकार के फैसले का कड़ा विरोध कर रहे हैं। बहनों ने भी कहा कि वे तब तक धरना नहीं छोड़ेंगी, जब तक उन्हें अपने भाई से मिलने नहीं दिया जाता।

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