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“राम मंदिर पर लहराता भगवा प्रधानमंत्री मोदी की वजह से संभव हुआ”, अयोध्या के महंत राजूदास का बड़ा बयान

अयोध्या के महंत राजूदास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व के बिना राम मंदिर का निर्माण और शहर का विकास संभव नहीं था। जानें पूरा बयान

अयोध्या

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर जहां देशभर में उत्साह का माहौल है, वहीं संत समुदाय भी अपने विचार खुलकर सामने रख रहा है। इसी क्रम में अयोध्या के प्रमुख संत महंत राजूदास ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवल राम मंदिर का सपना पूरा नहीं किया, बल्कि उस संघर्ष को भी सम्मान दिया जो वर्षों से चल रहा था। महंत ने स्पष्ट कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी न होते तो आज राम मंदिर पर भगवा ध्वज लहराता हुआ दिखाई नहीं देता।
उनके अनुसार, मंदिर निर्माण का निर्णय केवल एक राजनीतिक कदम नहीं था, बल्कि करोड़ों रामभक्तों की आस्था से जुड़ा ऐतिहासिक प्रयास था। महंत राजूदास ने बताया कि वर्षों के संघर्ष और लंबे इंतजार के बाद जिस तरह पीएम मोदी ने इस मुद्दे को संभाला, वह अद्वितीय और प्रशंसनीय है।

योगी सरकार में अयोध्या का तेज विकास

महंत राजूदास ने सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही नहीं, बल्कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम की भी खुलकर तारीफ की। उनका कहना था कि अयोध्या आज जिस विकास की गति देख रही है, वह योगी सरकार के बिना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने न सिर्फ राम मंदिर निर्माण को गति दी, बल्कि पूरी अयोध्या को एक आधुनिक और विश्वस्तरीय धार्मिक नगरी के रूप में विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। सड़क, परिवहन, पर्यटन, घाटों का सौंदर्यीकरण, और सुरक्षा व्यवस्था जैसे कई क्षेत्रों में तेजी से काम हुए, जो आज हर आगंतुक को दिखाई देते हैं।

राम मंदिर आंदोलन के संघर्षों की याद

महंत राजूदास ने अपने बयान में उस लंबे संघर्ष को भी याद किया जो दशकों तक राम मंदिर आंदोलन के रूप में चलता रहा। उन्होंने कहा कि करोड़ों भक्तों की भावनाओं को सम्मान देते हुए जिस दृढ़ता और नीति के साथ सरकार ने आगे बढ़कर इस विषय को सुलझाया, वह भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज होगा।
उनके अनुसार, कई पीढ़ियों ने इस क्षण को देखने का सपना देखा था। कानूनी लड़ाई, सामाजिक आंदोलन और वर्षों की प्रतीक्षा के बाद जिस तरह निर्णायक कदम उठाया गया, उसने देशभर में एक सकारात्मक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज जब मंदिर का निर्माण पूरा होने की ओर है, यह केवल एक संरचना नहीं बल्कि आस्था, संस्कृति और धर्म का प्रतीक है।

अयोध्या में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा

मंदिर निर्माण और शहर के तेजी से विकास का प्रभाव अब स्थानीय लोगों की जिंदगी पर भी साफ दिखने लगा है। महंत राजूदास ने दावा किया कि अयोध्या में लगातार बढ़ रहे पर्यटकों की संख्या ने यहां व्यापार, रोजगार और सुविधाओं के नए अवसर खोल दिए हैं।

उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अयोध्या दुनिया के प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों में शामिल हो जाएगी। होटल, परिवहन, धार्मिक आयोजन, रोजगार के नए साधन और आर्थिक गतिविधियों से यहां के लोगों का जीवनस्तर बदल रहा है। संत समुदाय का मानना है कि यह परिवर्तन आने वाली पीढ़ियों के लिए भी लाभकारी साबित होगा।

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