पंजाब के फिरोजपुर जिले में भारी बारिश और सतलुज नदी के उफान के चलते भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा तंत्र पर संकट गहरा गया है। आराजी एडवांस तटबंध का 30 किलोमीटर लंबा हिस्सा बाढ़ में बह गया, जिससे बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की कई चेकपोस्ट्स जलमग्न हो गईं। ग्रामीणों ने मोर्चा संभालते हुए मिट्टी से बोरियां भरकर टूटे हिस्सों को रोकने का प्रयास किया।
युवाओं ने संभाला मोर्चा, मिट्टी की ट्रॉलियों से बांध बचाने की जद्दोजहद जारी
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय ग्रामीण और युवा वर्ग बिना किसी सरकारी आदेश के युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटे हैं। अलग-अलग गांवों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर मिट्टी लाई जा रही है, ताकि बचे हुए तटबंध को और नुकसान से बचाया जा सके। एकजुटता और हिम्मत की मिसाल बन चुके ये ग्रामीण प्रशासन के साथ मिलकर सीमा की सुरक्षा में लगे हैं।
VIDEO | Ferozepur, Punjab: Villagers are working on a war footing to save the Araji Advance embankment along the India-Pakistan border. Youth from different districts and villages are bringing trolleys of soil to strengthen the embankment with earthen bags.
Large stretches of… pic.twitter.com/h0BBKJDjuL
— Press Trust of India (@PTI_News) September 5, 2025
भारत-पाक दोनों ओर से हिला सुरक्षा ढांचा, बीएसएफ और पाक रेंजर्स की चौकियां जलमग्न
बाढ़ का कहर सिर्फ भारतीय सीमा तक ही सीमित नहीं रहा, पाकिस्तान की चौकियां भी इसकी चपेट में आ गई हैं। बीएसएफ को कई पोस्ट खाली करनी पड़ी हैं, जिससे सीमा की निगरानी प्रभावित हुई है। सुरक्षा एजेंसियों ने स्थिति पर नजर बनाए रखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया है।
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