क्योंकि टीम इंडिया के मेंटर गौतम गंभीर गुरुवार सुबह गुवाहाटी पहुंचते ही मां कामाख्या मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले गंभीर ने मां से भारत की जीत और खिलाड़ियों की सुरक्षा की प्रार्थना की। मंदिर में उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की और टीम के लिए सकारात्मक ऊर्जा की कामना की।
गंभीर का मंदिरों से जुड़ाव नया नहीं है। किसी भी बड़े टूर्नामेंट या सीरीज से पहले वे अक्सर देवी-देवताओं के चरणों में जाकर आशीर्वाद लेते रहे हैं। माना जाता है कि यह उनकी पुरानी श्रद्धा का हिस्सा है और क्रिकेट के दबाव भरे माहौल में उन्हें मानसिक शांति भी देता है। सूत्रों का कहना है कि गंभीर ने इस बार टीम इंडिया के लिए खास प्रार्थना की है, क्योंकि यह टेस्ट मुकाबला सीरीज का सबसे निर्णायक मोड़ साबित होने वाला है।
सीरीज का समीकरण बदल सकता है दूसरा टेस्ट
भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज का पहला मैच भारत के लिए चुनौतीपूर्ण रहा, और अब गुवाहाटी में होने वाला दूसरा टेस्ट जीतना बेहद जरूरी हो गया है। अगर भारत यह मैच जीतता है तो सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म होगी। ऐसे में गौतम गंभीर का मां कामाख्या पहुंचना कहीं न कहीं टीम की मनोवैज्ञानिक तैयारी को भी मजबूत करने की कोशिश माना जा रहा है।
टीम प्रबंधन यह समझता है कि दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम के खिलाफ वापसी करना आसान नहीं होता। विरोधी टीम ने पहले टेस्ट में जिस तरह संतुलित प्रदर्शन किया, उसने भारत के लिए खतरे की घंटी बजा दी। ऐसे में गंभीर पूरी तरह से टीम के साथ खड़े हैं और खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए रणनीतिक और मानसिक दोनों मोर्चों पर काम कर रहे हैं।
#WATCH | Assam: Indian Men’s Cricket Team Head Coach Gautam Gambhir offered prayers at Kamakhya Temple in Guwahati. pic.twitter.com/IkEJ40ZoEH
— ANI (@ANI) November 20, 2025
शुभमन गिल की चोट ने बढ़ाई चिंता
दूसरे टेस्ट से ठीक पहले टीम इंडिया को एक बड़ा झटका लगा। युवा ओपनर शुभमन गिल गर्दन में खिंचाव की चोट की वजह से मैच नहीं खेल पाएंगे। पहले टेस्ट के दौरान उन्हें मैदान पर असहजता महसूस हुई थी, जिसके बाद वे सीधे अस्पताल ले जाए गए। हालांकि बाद में उन्हें छुट्टी तो मिल गई थी, लेकिन मेडिकल टीम ने स्पष्ट कर दिया कि वे पूरी तरह फिट नहीं हैं।
गिल के बाहर होने से भारतीय टीम की ओपनिंग संयोजन पर बड़ा असर पड़ेगा। टीम को नए विकल्प खोजने होंगे या अनुभव के आधार पर किसी सीनियर खिलाड़ी को ओपनिंग में भेजना पड़ेगा। दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका की मजबूत गेंदबाजी लाईन-अप भारतीय बल्लेबाजों के लिए अतिरिक्त चुनौती लेकर आएगी। ऐसे में गंभीर का मंदिर जाना टीम के लिए साहस बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है, क्योंकि इस अहम मुकाबले में भारत को हर छोटे फैसले में सूझ-बूझ की जरूरत पड़ेगी।
गुवाहाटी में दोनों टीमें तैयार
बुधवार को ही दोनों टीमें गुवाहाटी पहुंच चुकी हैं और पूरे शहर में मैच को लेकर उत्साह का माहौल है। अभ्यास सत्र में भारतीय खिलाड़ियों ने लंबा नेट सेशन किया, जबकि गंभीर लगातार सभी खिलाड़ियों के साथ बातचीत करते दिखाई दिए। टीम की बॉडी लैंग्वेज से साफ है कि वे इस चुनौती को एक अवसर की तरह लेना चाहते हैं।
गुवाहाटी का मौसम भी क्रिकेट के लिए बिल्कुल अनुकूल बताया जा रहा है। पिच रिपोर्ट के अनुसार, यहां बल्लेबाजों को शुरुआत में मदद मिलेगी, लेकिन बाद में स्पिन का रोल बढ़ सकता है। ऐसे में टीम इंडिया को संतुलित स्क्वाड चुनने की जरूरत होगी।
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका आत्मविश्वास से भरी है और पहले टेस्ट की जीत ने उनके मनोबल को और मजबूत किया है। लेकिन भारत की वापसी का इतिहास भी शानदार रहा है—और यही वजह है कि इस टेस्ट मैच पर पूरे क्रिकेट जगत की नजरें टिकी हुई हैं।
गौतम गंभीर का Maa Kamakhya Temple पहुंचकर आशीर्वाद लेना इस मैच को एक अलग ही आध्यात्मिक रंग देता है। अब देखना यह है कि क्या मां कामाख्या की कृपा टीम इंडिया के लिए जीत का रास्ता खोल पाएगी या नहीं।
