Home News EPFO का बड़ा धमाका! अब रिश्वतखोरों की नहीं चलेगी चाल, जानिए कैसे...

EPFO का बड़ा धमाका! अब रिश्वतखोरों की नहीं चलेगी चाल, जानिए कैसे करें शिकायत और बचाएं अपनी मेहनत की कमाई

कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए ईपीएफओ (EPFO) ने जारी किया सख्त अलर्ट। अब अगर कोई अधिकारी काम के बदले रिश्वत मांगता है, तो उसकी नौकरी तक जा सकती है। संगठन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त मोर्चा खोल दिया है और शिकायत करने की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है।

EPFO

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation – EPFO) ने अपने कर्मचारियों, पेंशनर्स और सब्सक्राइबर्स के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। संगठन ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अब किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई होगी।
यह कदम उस समय उठाया गया है जब कई कर्मचारियों ने शिकायत की कि कुछ अधिकारी PF क्लेम, पेंशन ट्रांसफर या KYC अपडेट जैसे कामों में रिश्वत की मांग कर रहे हैं।

EPFO ने कहा है कि संस्था का मकसद पारदर्शिता को बढ़ावा देना और कर्मचारियों का विश्वास जीतना है। इसलिए अब हर रीजनल ऑफिस में Anti-Corruption Vigilance Cell सक्रिय किया गया है। यह सेल ऐसे मामलों की तुरंत जांच करेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करेगा।

EPFO ने यह भी कहा है कि अगर किसी अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप साबित हो जाता है, तो उसे केवल निलंबित ही नहीं किया जाएगा बल्कि उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Criminal Proceedings) भी की जाएगी। यानी अब कोई भी अधिकारी यह सोचकर नहीं बच पाएगा कि मामला रफा-दफा हो जाएगा।

EPFO से कैसे करें शिकायत?

EPFO ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में आम कर्मचारियों को ताकत देने के लिए शिकायत की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। अब कोई भी व्यक्ति बिना डर के अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।

शिकायत दर्ज कराने के तीन मुख्य माध्यम हैं:

1. ईमेल के ज़रिए:

आप सीधे मेल भेज सकते हैं – vigilance@epfindia.gov.in

इस मेल में घटना का संक्षिप्त विवरण, संबंधित अधिकारी का नाम (अगर ज्ञात हो), तारीख और सबूत (यदि उपलब्ध हों) साझा करें।

2. ऑनलाइन शिकायत पोर्टल:

EPFO की आधिकारिक वेबसाइट https://epfindia.gov.in पर “Vigilance Section” में जाकर शिकायत दर्ज की जा सकती है।

यहाँ आपको एक यूनिक ट्रैकिंग नंबर मिलेगा जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति देख सकते हैं।

3. ऑफलाइन शिकायत:

चाहें तो आप अपने नजदीकी EPFO क्षेत्रीय कार्यालय में जाकर लिखित शिकायत भी दे सकते हैं।

EPFO ने आश्वासन दिया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

अगर आप अपनी पहचान बताना नहीं चाहते, तो भी कोई दिक्कत नहीं। EPFO ने “Anonymous Complaint System” शुरू किया है, जिसमें शिकायतकर्ता का नाम दर्ज करना अनिवार्य नहीं है।

EPFO ने कहा है कि हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और अधिकतम 15 दिनों के भीतर उस पर प्राथमिक जांच शुरू की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की रिपोर्ट EPFO हेड ऑफिस को भेजी जाएगी।

डिजिटल ट्रैकिंग और सख्त मॉनिटरिंग से खत्म होगा भ्रष्टाचार

EPFO अब अपने सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। संगठन का मानना है कि जब हर काम ऑनलाइन होगा, तो रिश्वत और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाएगी।

आज PF क्लेम, PF ट्रांसफर, पेंशन क्लेम, KYC अपडेट और UAN एक्टिवेशन जैसी सभी सुविधाएँ EPFO के Unified Member Portal पर उपलब्ध हैं। इसका मतलब यह है कि अब आपको किसी अधिकारी के पास जाकर काम करवाने की जरूरत नहीं — जिससे रिश्वत की गुंजाइश लगभग खत्म हो जाती है।

संगठन ने कहा है कि जो अधिकारी जानबूझकर काम में देरी करते हैं या नागरिकों को परेशान करते हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए एक नया Performance Monitoring Framework लागू किया गया है।

हाल ही में कुछ राज्यों में ऐसे मामलों का खुलासा हुआ, जहां PF क्लेम पास करने के बदले अधिकारी ने पैसों की मांग की थी। अब ऐसे मामलों में EPFO ने Zero Tolerance Policy लागू कर दी है। यानी रिश्वतखोरी का एक भी मामला सामने आया तो आरोपी अधिकारी पर तत्काल सस्पेंशन और कानूनी कार्रवाई होगी।

सरकार भी इस दिशा में सख्त है। केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने साफ किया है कि EPFO एक “Corruption-Free Organisation” के रूप में काम करेगा।

RAED MORE-भारत के खिलाफ युद्ध का ऐलान? ख्वाजा आसिफ बोले – ‘इस बार फतेह हमारी होगी’

Exit mobile version