इंडिगो एयरलाइंस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। इस बार मामला उत्तर प्रदेश से जुड़ा है, जहां कोलकाता से वाराणसी जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। 18 दिसंबर को कोलकाता से वाराणसी के लिए रवाना हुई इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई-6501 को खराब मौसम और घने कोहरे का हवाला देते हुए लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया। आमतौर पर ऐसी स्थिति में यात्रियों को आगे की यात्रा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था या पूरा रिफंड दिया जाता है, लेकिन यहां कहानी कुछ और ही निकली। वाराणसी जाने वाले यात्रियों को लखनऊ में उतारकर यह कह दिया गया कि उड़ान यहीं समाप्त की जा रही है और फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया है। अचानक बदले हालात में यात्रियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि अब वे वाराणसी कैसे पहुंचें, क्योंकि अधिकतर यात्रियों की आगे की यात्रा बेहद जरूरी थी।
ग्राउंड स्टाफ का वादा और कैब पर 6 हजार का खर्च
इस फ्लाइट में सफर कर रहे यात्री सोहन चक्रवर्ती ने बताया कि उन्होंने कोलकाता से वाराणसी का टिकट 10,772 रुपये में बुक किया था। लखनऊ में उतरने के बाद ग्राउंड स्टाफ ने यात्रियों को भरोसा दिलाया कि अगर वे खुद कैब के जरिए वाराणसी जाते हैं, तो उन्हें टिकट की कुल राशि का 50 फीसदी तक रिफंड दिया जाएगा। इस भरोसे पर यात्री ने लखनऊ से वाराणसी तक कैब बुक की, जिस पर करीब 5,500 से 6,000 रुपये खर्च हो गए। लंबी दूरी, समय की मजबूरी और परिवार से जुड़ी जिम्मेदारियों के चलते यात्री के पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं था। यात्रियों का कहना है कि एयरलाइन की ओर से न तो होटल की व्यवस्था की गई और न ही किसी वैकल्पिक फ्लाइट का ठोस विकल्प दिया गया। ऐसे में मजबूरन जेब ढीली कर आगे की यात्रा पूरी करनी पड़ी।
रिफंड मांगते ही बदला सुर, सिर्फ 1500 देने की बात
असल झटका तब लगा जब यात्री ने इंडिगो से रिफंड के लिए संपर्क किया। कॉल सेंटर से जवाब मिला कि उन्हें केवल 1500 रुपये का ही रिफंड मिलेगा। यह सुनकर यात्री हैरान रह गया, क्योंकि ग्राउंड स्टाफ ने 50 फीसदी रिफंड का आश्वासन दिया था। करीब 11 हजार रुपये के टिकट और 6 हजार रुपये के कैब खर्च के बाद महज 1500 रुपये का रिफंड यात्रियों को पूरी तरह अनुचित लगा। सोहन चक्रवर्ती ने इस पूरे मामले को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए इंडिगो एयरलाइंस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि मौसम खराब होना एयरलाइन के नियंत्रण में नहीं हो सकता, लेकिन यात्रियों को बीच रास्ते छोड़ देना और फिर रिफंड में मनमानी करना किसी भी तरह से सही नहीं है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद कई अन्य यात्रियों ने भी अपने ऐसे ही अनुभव साझा किए।
सोशल मीडिया पर शिकायत, अब फुल रिफंड का आश्वासन
मामला तूल पकड़ने के बाद इंडिगो एयरलाइंस प्रशासन ने रविवार को पूरे मामले की समीक्षा की। एयरलाइन की ओर से यात्री को यह आश्वासन दिया गया कि रिफंड के मामले में दोबारा विचार किया जाएगा और पूरा रिफंड दिया जाएगा। हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि खराब मौसम की स्थिति में यात्रियों की जिम्मेदारी आखिर किसकी है। घने कोहरे के कारण इस समय उत्तर भारत में कई उड़ानें प्रभावित हो रही हैं, जिससे यात्रियों की समयसारिणी के साथ-साथ उनकी जेब पर भी भारी असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि एयरलाइंस को ऐसी परिस्थितियों में यात्रियों के लिए स्पष्ट और पारदर्शी नीति अपनानी चाहिए, ताकि उन्हें मानसिक और आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े। फिलहाल, यह मामला इंडिगो के लिए एक चेतावनी की तरह देखा जा रहा है, जहां एक यात्री की आवाज ने सोशल मीडिया के जरिए एयरलाइन को अपना रुख बदलने पर मजबूर कर दिया।
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