लखनऊ। इंटरनेट ने आज बहुत कुछ आसान कर दिया है। तकनीकी के जरिये बड़ी-बड़ी समस्याओं को सहज रूप से सुलझा लिया जा रहा है। तमाम लोगों की समस्याओं का समाधान घर बैठे हो जा रहा है और फर्जीवाड़ा भी खुलकर सामने आ रहा है। यह बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। उन्होंने कहा यूपी में अब तक 30 लाख फर्जी राशन कार्ड मिले हैं और यह तकनीकी के माध्यम से ही संभव हो पाया है।
हर व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा पाएगा। हमें तकनीक के महत्व को समझना होगा। ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों को इस योजना का लाभ उपलब्ध हो रहा है। यह नई क्रांति है जो गरीबों और किसानों का हक देने के लिए भारत सरकार के स्तर पर किए गए प्रयासों का परिणाम है: योगी आदित्यनाथ https://t.co/P3L54A7qTk pic.twitter.com/2cFfuPC8gU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को तकनीकी के इस्तेमाल पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा ई-गवर्नेंस के जरिये अब अधिकतर काम आसान हो गए हैं। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश ई-गवर्नेंस के इस्तेमाल में सबसे आगे है। तकनीकी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने काफी बेहतर काम किया है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा लॉकडाउन में जब पूरा देश अपने घरों में रहने को मजबूर था तब हमने तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल करते हुए कई बड़े काम किये और लोगों तक मदद पहुंचाई।
कोरोना काल में भी भूख से नहीं हुई किसी की मौत
इस दौरान बड़ा खुलासा करते हुए सीएम ने कहा कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में 30 लाख राशन कार्ड फर्जी पाए गए हैं। अपने संबोधन में जनधन खातों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया किस तरह से इस खाते के माध्यम से गरीबों तक मदद पहुंचाई गयी। कोरोना काल में पेंशनधारियों को एडवांस पेंशन दी गयी। सीएम ने कहा प्रदेश में कुल 87 लाख लोगों को पेंशन दी गयी। सीएम ने कहा कोरोना काल में प्रदेश ने भूख से एक भी मौत नहीं हुई। हर किसी तक राशन और पैसे पहुंचाए गए और यह सब सिर्फ तकनीकी के इस्तेमाल से ही संभव हो पाया।
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