अमेठी। उत्तर प्रदेश में मुर्दा तंत्र को जगाने के लिए केवल अधिकारियों का दरवाजा खटखटाने से कुछ नहीं होने वाला है, इसके लिए जान तक गंवानी पड़ सकती है। अमेठी की घटना इसका उदाहरण है। जहां नाली के विवाद का हल निकलवाने के लिए अमेठी से राजधानी लखनऊ पहुंचकर आत्मदाह करने को विवश होना पड़ा। सूबे में कानून व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा लगाने के लिए यह घटना काफी है। नाली विवाद में जब यह स्थिति है तो अन्य मामलों में क्या होगा, यह सोचने वाली बात है। हालांकि की विधानसभा के सामने मां—बेटी की आत्मदाह की घटना के बाद अमेठी प्रशासन की नींद टूटी। डीएम अरुण कुमार व एसपी ख्याति गर्ग के घर पहुंचने का कष्ट उठाया। इस दौरान उन्हें जामो थाने की लापरवाही नजर आई और उन्होंने एसएचओ रतनी सिंह, हल्का के दरोगा ब्रह्मानंद तिवारी और दो सिपाहियों सहित चार को सस्पेंड कर दिया है। फिलहाल लखनऊ के सिविल अस्पताल में मां—बेटी का इलाज चल रहा है, जहां मां की हालत काफी गंभीर बनी हुई है।
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इस घटना के लिए अधिकत्तर लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं, सवाल उठना भी चाहिए क्योंकि योगी सरकार ने जितनी छूट यूपी पुलिस को दे रखी है, उतना इन्हें कभी नहीं मिली थी। कानून व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सूबे में कमिश्नर प्रणाली लागू किया गया। लेकिन इसका क्या नतीजा निकला यह सबके सामने है। हद से ज्यादा छूट कभी—कभी घातक हो जाती है। यही मुख्यमंत्री योगी के साथ भी हो रहा है। प्रशासनिक व्यवस्था इतनी बेलगाम हो चुकी है कि पार्टी के नेताओं की भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। आलम यह थाने के दरोगा व सिपाही भाजपा विधायकों व सांसदों को चिढ़ाने के लिए जुलूस तक निकालने में संकोच नहीं कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि अमेठी की रहने वाली है महिला सफिया (50) और उनकी बेटी गुड़िया (28) का 9 मई को नाली को लेकर अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से विवाद हो गया था। इस मामले में गुड़िया की तहरीर पर जामो पुलिस ने थाने में अर्जुन साहू समेत चार लोगों के खिलाफ 323, 354 का मुकदमा दर्ज करते हुए दूसरी तरफ विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 का मुकदमा दर्ज कर लिया था। महिला के मुताबिक अर्जुन साहू की पुलिस के बीच अच्छी साठगांठ है जिसके चलते उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। कहीं से सुनवाई न होने से परेशान महिला आला अधिकरियों तक अपनी बात पहुंचाने लखनऊ आई थी। यहां भी उसकी सुनने वाला कोई नहीं मिला, जिसके चलते विधानसभा गेट नंबर 3 के सामने अपनी बेटी के साथ उसने खुद को आग लगा ली।
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