कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की लापरवाही और घूसखोरी खुलकर सामने आयी, यहां पुलिस ने एक विकलांग महिला की लापता नाबालिग बेटी को ढूढ़ने के लिए उसी से एक बार नहीं कई बार गाड़ी में डीजल भरवाया। बावजूद इसके वह न तो उसकी बेटी को ढूढ़ पायी और न ही आरोपी को पकड़ पायी। हद तो तब हो गयी जब बाद में उसे थाने से ही डांट कर भगा दिया गया।
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मामले की जानकारी मीडिया को तब हुई जब वह विकलांग गरीब महिला अपनी फ़रियाद लेकर एसएसपी के पास पहुंची, जहां अपनी शिकायत दर्ज करते हुए उसने बताया कि उसकी बेटी को एक महीना पहले ठाकुर नाम का एक व्यक्ति उठा ले गया, जिसकी रिपोर्ट उसने चकेरी थाने में दर्ज कराई थी, लेकिन मामले की जांच में लगी पुलिस टीम ने बेटी को खोजने के नाम पर उससे जबरन गाडी में दो ढाई हजार का डीजल भरवाती रही। शिकायत लेकर एसएसपी के यहां पहुंची गुड़िया ने बड़ी मासूमियत से कहा कि साहब झूठ नहीं बोलूंगी। पुलिस को पैसा नहीं दिया, केवल तीन-चार बार इधर-उधर से मांगकर उनकी गाड़ी में डीजल भरवाया।
एसएसपी ने दिया गुड़िया की बेटी को ढ़ूढ़ने का आदेश
गुड़िया ने एसएसपी को बताया कि उसकी बेटी को उठाकर ले जाने वाला शख्स ठाकुर शादीशुदा हैं, फिर भी मेरी बेटी को उठा ले गया। गुड़िया ने बताया कि ठाकुर के घर वालों को भी यह बात पता है। गुड़िया की दर्द भरी दास्तां सुनकर एसएसपी ने मानवता दिखाई और तुरंत अपने अधीनस्थों को गुड़िया की बेटी को ढूढ़ने का आदेश दिया और खुद अपनी स्कॉर्ट गाड़ी से गुड़िया को 6 किलोमीटर दूर चकेरी थाने भिजवाया।
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