लखनऊ। राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का पेपर लीक होने पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पेपर लीक करवाने वालों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। सीएम ने कहा है कि परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी को किसी तरह की परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाये। उनके आने और जाने के लिए सभी इंतजाम अधिकारियों को करने के लिए निर्देश दिए हैं। टीईटी की परीक्षा अगले 30 दिनों के भीतर होगी लेकिन इसके लिए अभ्यर्थीयों से परीक्षा शुल्क नहीं वसूला जाएगा। ज्ञात हो कि, रविवार को होने वाली टीईटी की परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही गाजियाबाद, मथुरा और बुलंदशहर में पेपर WhatsApp पर वायरल हो गया, जिसके बाद इसे निरस्त कर दिया गया। वहीं यूपी STF इस पूरे मामले की जांच कर रही है। अब तक इस मामले में कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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2554 केंद्रों पर 2 पालियों में यूपी टीईटी की परीक्षा आज रविवार को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 21 लाख अभ्यर्थी शामिल होने वाले थे। यूपी टीईटी का पेपर-1 आज सुबह 10 बजे से 12.30 बजे तक और पेपर-2 दोपहर 2.30 बजे से शाम 5 बजे तक होना था लेकिन इससे पहले ही UP TET की परीक्षा को निरस्त करना पड़ा। परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10:00 बजे शुरू हुई थी। लेकिन उसके अगले 20 मिनट बाद पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा को निरस्त कर दिया गया।
पेपर लीक मामले में 23 लोग हुए गिरफ्तार
यूपी पुलिस लॉ एंड ऑर्डर के एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि इस मामले में 23 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमे से लखनऊ से चार लोग पकड़े गए हैं। तीन लोगों को मेरठ एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने वाराणसी और गोरखपुर से भी दो लोगों को गिरफ्तार गया है। जनपद कोशांबी से एक और प्रयागराज से 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिनके पास से कुछ पेपर की फोटो कॉपी मिली है।
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