अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच अब खबर है कि ऊंचाई 161 फीट होगी जिससे अब दो की जगह तीन मंजिला मंदिर का निर्माण होगा। राम मंदिर समेत देश के कई प्रसिद्ध तीर्थों का नक्शा तैयार करने वाले वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर के शिखर की ऊंचाई बढ़ाने के फैसले और गुंबदों की संख्या तीन की जगह पांच किए जाने के बाद एक मंजिल और बढ़ाना जरूरी हो गया था। इससे पहले के नक्शे के मुताबिक मंदिर की ऊंचाई 128 फिट निर्धारित थी। इतना ही नहीं गुंबद और ऊंचाई के अलावा मंदिर के मुख्य परिसर का क्षेत्रफल भी थोड़ा और बढ़ाया जाएगा। यह बदलाव संतों और ट्रस्ट की इच्छा के मुताबिक किया गया है। तीन मंजिल के हिसाब से फाइनल नक्शा भी जल्द तैयार हो जाएगा।
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गौरतलब है कि पहले के नक्शे के मुताबिक नागर शैली के इस मंदिर परिसर क्षेत्र का दायरा लगभग 67 एकड़ में रखा गया था, जिसे अब नए डिजाइन और ऊंचाई की जरूरत के मुताबिक 100 से 120 एकड़ में विस्तारित किया जाना संभव है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मंदिर की रूपरेखा तैयार होने के 15 दिन के भीतर ही नई डिजाइन के मुताबिक मास्टरप्लान तैयार किया जा सकता है। सोमपुरा ने कहा कि मंदिर के मौजूदा डिजाइन के मुताबिक इसके निर्माण में लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
अगर आगे डिजाइन में कुछ और बदलाव होता है तो खर्च बढ़ भी सकता है। लागत इस पर भी निर्भर करेगी कि मंदिर को किस समयसीमा के अंदर पूरा करना है। निर्माण को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के लिए ज्यादा संसाधन और बजट की आवश्यकता पड़ेगी। मंदिर के शिलान्यास की तारीख अभी तय नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है 3 से 5 अगस्त के बीच पीएमओ कार्यालय निर्धारित कर सकता है। वहीं यह भी माना जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे।
इसी कड़ी में सोमपुरा ने अयोध्या में मंदिर निर्माण के संबंध में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि गर्भगृह, आरती स्थल, रंगमंडपम की संरचना, सीता रसोई में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले तैयार किए गए नक्शे के हिसाब से ही इसकी संरचना रहेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की ऊंचाई जरूर बढ़ाई गई है, इसके बाद भी यह भारत में सबसे ऊंचे शिखर वाला मंदिर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत में कई मंदिरों के शिखर की ऊंचाई 200 से 250 फीट से अधिक है। अक्षरधाम मंदिर सहित कई मंदिरों में पांच गुंबद लगे हुए हैं। वहीं द्वारका मंदिर सात मंजिल का है।
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