आज हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट में भारतीय क्रिकेट टीम के उस खिलाड़ी से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो किसी की पहचान का मोहताज नहीं हैृ, बल्कि उसने खुद अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी यह दमदार पहचान स्थापित की है। यूं तो क्रिकेट का खेल बेहद रोमांचक है। यहां कब क्या हो जाए कहना मुश्किल है। यूं कह लीजिए सबकुछ अप्रत्याशित है, लेकिन क्रिकेट के इस रोमाचंक खेल में कभी-कभी कुछ ऐसा भी हो जाता है, जिसे हर कोई याद रखता है, जिसे भूले नहीं भुलाया जा सकता। ये भी पढ़े :भारतीय क्रिकेट टीम के इन पांच बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के छुड़ाए पसीने, खेली शानदार पारी
हमारे बीच एक ऐसा ही खिलाड़ी है। जिसके बड़े शॉट्स दमदार इरादे जाहिर करते हैं, लेकिन उनके क्रिेकेट करियर में एक ऐसा भी पल आया, जब सबसे ज्यादा गैंद खाने के बावजूद भी वे अपना खाता तक नहीं खोल पाए। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भुवनेश्वर कुमार हैं। यूं तो इनके प्रतिभा का कोई जवाब नहीं है। छक्के चौकों की बरसात से अपना खाता खोलने वाले भुवनेश्वर ने कभी ऐसी भी पारी खेली थी, जिसने सभी को निराश कर दिया था। बता दें कि साल 2013 के वेस्टइंडीज में खेली गई एक त्रिकोणीय सीरिज में 15 गेंदे खेलने के बाद भी भूवी अपना खाता खोले बिना पेवेलियन लौट गए। उनके इस तरह के प्रदर्शन को देखकर उनके प्रशंसक को बड़ा धक्का लगा था। इतना ही खिलाड़ी के प्रशंसकों को यह विश्वास नहीं हो रहा था कि भुवी इस तरह का भी प्रदर्शन कर सकते हैं।
हालांकि ऐसा नहीं है कि आप उनके इस तरह के प्रदर्शन को देखकर झट से किसी नतीजे पर पहुंच जाए और भुवी के बारे में को चित्र गढ़ लें। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में कई मौकों पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने इस बात की तस्दीक करके बखूबी दिखाई है कि वो किसी से कम नहीं हैं। ये भी पढ़े :इस पूर्व कप्तान ने जब भारतीय टीम का उड़ाया मजाक तो मिला करारा जवाब