पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर भले ही चुनाव आयोग ने अभी तारीखों की घोषणा नहीं की, लेकिन राज्य में राजनीतिक पार्टियों की सरगर्मी बढ़ गयी। वहीं यहां भाजपा की बढ़ती ताकत को देखते हुए अब कांग्रेस और लेफ्ट ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि सीट समझौते की घोषणा 28 फरवरी को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में होने वाली साझा रैली में कर दी जाएगी।
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जानकारी के मुताबिक अप्रैल मई में होने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर लेफ्ट और कांग्रेस के बीच सीटों पर समझौता हो गया है। इस सीट समझौते फुरफुरा शरीफ के अब्बास सिद्दीकी के इंडियन सेक्युलर फ्रंट को भी शामिल किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कांग्रेस सौर सीटपों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि कांग्रेस ने लेफ्ट से 130 सीटों की मांग की थी।
आरजेडी को भी दी जा सकती हैं कुछ सीटें
वहीं सेक्युलर फ्रंट को चुनाव लड़ने के लिए 30 सीटें दी जा सकती है, जबकि सेक्युलर ने 60 सीटों की मांग की थी। तय समझौते में लेफ्ट फ्रंट अपने कोटे से कुछ सीटें आरजेडी को भी दे सकता है। गौरतलब है कि पिछली बार के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां 92 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
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