यह सियासत है। यहां कब क्या हो जाए कहना मुश्किल है। सब कुछ अनिश्चितता की नौका पर सवार रहता है। यकीन न हो तो अभी शिवसेना के इसी वक्तव्य को देख लीजिए। यह वही शिवसेना है , जो कल तक कांग्रेस के खिलाफ लामबंद हुआ करती थी, लेकिन बात जब सत्ता सुख की आई तो दोनों ही दलों ने एक साथ हाथ मिलाना ही मुनासिब समझा। इसी कड़ी में शिवसेना ने अपने संपादकीय में कांग्रेस के राहुल गांधी की जमकर तारीफ की है। तारीफ इतनी की अगर राहुल गांधी स्वयं इन्हें पढ़ तो वे मंत्रमु्ग्ध हो जाएंगे। उन्हें यकीन नहीं होगा कि कोई उनके बारे में यह तक लिख सकता है…क्या
शिवसेना ने अपने संपादकीय में कहा कि यह अच्छी बात है कि अब राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। विदित हो कि गत लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राहुल ने स्वयं इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अब बताया जा रहा है कि वे इस पद पर फिर काबिज होने जा रहे हैं। जिसके संदर्भ में शिवसेना ने राहुल गांधी को दमदार नेता बताया है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ दल राहुल गांधी से खौफ खाते हैं। शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं, जो सत्तारूढ दल की जमकर खिंचाई करते हैं। असल मायने में यह जनता की आवाज बन रहे हैं। तानाशाह को राहुल गांधी से डर लग रहा है।
संपादकीय में कहा गया है कि यह बात सबको स्वीकार करनी चाहिए कि जिस प्रकार से बीजेपी के पास नरेंद्र मोदी के इतर कोई और विकल्प नहीं है। ठीक उसी प्रकार से विपक्ष के पास भी राहुल गांधी के इतर कोई और विकल्प नहीं है। संपादकीय में कहा गया है कि राहुल गांधी एक कमजोर नेता है। सत्तारूढ दल की तरफ ऐसा प्रचार किया गया, लेकिन यह तथ्य सही नहीं है। राहुल गांधी विपक्ष के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो सरकार की हर मसले को लेकर आलोचना किया करते हैं। वहीं, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि हम सभी को बीजेपी का सामना करने के लिए सभी विपक्ष को एकजुट करना होना होगा। ये भी पढ़े –राहुल गांधी ने व्हाट्सएप पर लगाया भाजपा के नियंत्रण में होने का आरोप, दिया यह तर्क