मुंबई। PMC बैंक घोटाला मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश नहीं होंगी। इसके लिए उन्होंने ईडी से 5 जनवरी तक का समय मांगा है। बता दें कि ईडी ने इस घोटाले में पूछताछ के लिए वर्षा राउत तीसरी बार नोटिस जारी किया था। तीसरी बार शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा को ईडी का नोटिस मिलने के बाद से पूरी शिवसेना तिलमिला गई है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बौखलाहट में केंद्र सरकार को चैलेंज करते हुए ट्वीट किया था ‘आ देखें जरा किसमें कितना है दम।’ साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया था।
इसे भी पढ़ें: पत्नी को ED का समन मिलने से बौखलाए संजय राउत, बोले- मुझसे पंगा नहीं लेना, मैं नंगा आदमी हूं
गौरतलब है कि संजय राउत ने चेतावनी देते हुए कहा था कि वह भाजपा को उसी की भाषा में जवाब देंगे। दिलचस्प है कि ईडी संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से पीएमसी घोटाले से संबंधित 50 लाख रुपयों की लेन—देन के बारे में सवाल—जवाब करना करना चाह रही है। यह लेन—देन पीएमसी घोटाले के आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी के साथ हुआ था। इस बारे में सफाई देते हुए वर्षा राउत ने कहा था कि यह राशि उन्होंने संपत्ति की खरीद—फरोख्त के लिए उन्होंने उधार ली थी।
Maharashtra: Shiv Sena MP Sanjay Raut's wife Varsha will not appear before Enforcement Directorate (ED) today in PMC Bank scam case. She has sought time from the agency till January 5.
— ANI (@ANI) December 29, 2020
गौरतलब है कि शिवसेना सांसद संजय राउत के साफ झलक है कि वह जांच एजेंसियों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि राजनीति से ताल्लुक रखने वालों से जांच एजेंसियों को क्या पूछताछ का अधिकार नहीं है। क्या ऐसे लोग कानून से ऊपर हैं। फिलहाल विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भले ही जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हो, लेकिन सुखद बात यह है कि मोदी राज में जांच एजेंसियों को राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ जांच व कार्रवाई करने की छूट मिली है।
इसे भी पढ़ें: पत्नी को ईडी का समन मिलने से तेवर में आए संजय राउत, केंद्र पर किया पलटवार