अहमदाबाद। गुजरात में हुए निकाय चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस को झटका लगा है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी और केजरीवाल की पार्टी ने भी अपना खाता खोलने में सफलता हासिल की है। राजकोट में भाजपा ने 72 सीटों में से 68 पर जीत का परचम लहराया है। वहीं कांग्रेस को मात्र चार सीटों से ही संतोष करना पड़ा। जामनगर की कुल 64 सीटों में से 51 सीटें बीजेपी की झोली में गयी और कांग्रेस को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई है। यहां 3 सीटें अन्य के खाते में गई हैं।
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वडोदरा की सीटों में 65 पर बीजेपी ने और सात पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। भावनगर की 52 सीटों में से बीजेपी ने 44 और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। सूरत में कांग्रेस अब तक अपना खाता तक नहीं खोल सकी है, जबकि आम आदमी पार्टी के खाते 27 सीटें गयी है और बीजेपी ने 93 सीटों पर जीत दर्ज की है। अहमदाबाद की 192 सीटों में से 146 सीटें बीजेपी कि झोली में गिरी हैं और कांग्रेस महज 13 सीटों पर ही सिमट कर रह गयी है।
24 फरवरी को हुआ था चुनाव
गौरतलब है कि गुजरात में 24 फरवरी को हुए निकाय चुनाव में कुल 2,276 प्रत्याशी उतरे हैं,जिसमें भाजपा के 677, आप के566, कांग्रेस के91 और अन्य पार्टियों के353 और 228 निर्दलीय उम्मीदवारों के भाग्य एक फैसला होना है। गुजरात में निकाय चुनाव में 46.1 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इन चुनावों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच होना है।
वहीं ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पहली बार यहां निकाय चुनाव लड़ रही थी। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी पिछले कई कार्यकाल से इन छह नगर निगमों पर शासन कर रही है। गुजरात निकाय चुनाव ऐसे समय पर हुआ है जब कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में आंदोलन चल रहा है और देश के किसान केंद्र की भाजपा सरकार से नाराज है।
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