नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर लगभग दो महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों की गणतंत्र दिवस पर निकाली गयी ट्रैक्टर परेड ने हुई हिंसा की जांच पड़ताल शुरू हो चुकी है। इस कड़ी में रविवार को गुजरात की फॉरेंसिक FSL टीम के सदस्य पहुंचे, जबकि छह सदस्यों वाली फॉरेसिंक टीम दिल्ली में मौजूद है। इस टीम में एक महिला ऑफिसर को भी शामिल किया गया है। इस टीम ने सबसे पहले आईटीओ पर मुआयना किया इसके बाद वह लाल किले पर पहुंची।
इसे भी पढ़ें:-उपद्रवियों ने लाल किले की प्राचीर से नीचे फेंका था तिरंगा, आईपीएस अफसर ने बचाई थी लाज
गौरतलब है की 26 जनवरी के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर जबरदस्त हिंसा हुई थी, जिसमे कई पुलिस कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। वहीं लाल किले पर हुई हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां घुसकर तोड़ फोड़ की और उस स्थान पर झंडा लहरा दिया था, जहां 15 अगस्त के दिन तिरंगा फहराया जाता है। इस दौरान प्रदर्शकारियों को नियंत्रित करने में कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए थे। अब दिल्ली पुलिस उस प्रदर्शनकारी को जोर शोर से तलाश रही है। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को जालंधर में छापेमारी की थी।
एफआईआर में है 29 ट्रैक्टरों के जिक्र
बताया जाता कि जिसने लाल किले पर झंडा लहराया था उसका जुगराज है। ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा की जांच कर रही फॉरेंसिक टीम ने शनिवार को लालकिले पर पहुंचकर नमूने एकत्र किये थे जिसमें टीम ने ब्लड सैंपल, फिंगर प्रिंट आदि साक्ष्यों को कलेक्ट किया था। अब गुजरात से FSL टीम पहुंची दिल्ली पहुंच चुकी है, वह भी केस की जांच करेगी। बता दें कि लालकिले पर हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है। 27 जनवरी को कोतवाली थाने में दर्ज हुई FIR में कुल 29 ट्रैक्टरों के जिक्र किया गया है, जो लाल किला परिसर में घुसे थे। माना जा रहा है की इस हिंसा में खालिस्तानियों का हाथ है।
इसे भी पढ़ें:-लाल किले पर निशान साहेब का झंडा फहराने वाले शख्स की हुई पहचान, खालिस्तानियों से संबंध पर हुआ ये खुलासा