Subhas Chandra Bose Jayanti 2023: आज 23 जनवरी को देश की आजादी की लड़ाई को नई उर्जा देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जाती है. उनकी बेटी अनीता बोस फाफ ने भी उनको याद किया. उन्होंने बोला कि जो लोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रशंसा करते हैं, तो वह अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत कामों में भी उनके मूल्यों को बनाए रखें उनको सर्वश्रेष्ठ सम्मान दे सकते हैं.
नेताजी की अनीता बोस इकलौती संतान हैं. उन्होंने सुभाष चंद्र बोस के अवशेषों को भारत वापस लाने का भी आह्वान कराया गया है. उन्होंने बोला कि नेताजी ने सारे धर्मों के मेंबर्स के लिए समान अधिकारों वाले भारत और एक धर्मनिरपेक्ष राज्य की परिकल्पना की थी, जहां सारे धर्मों के लोग शांति से एक साथ होंगे.
अनीता बोस के शब्द
अनीता बोस ने बोला है कि नेताजी ‘सारे धर्मों, जातियों और सभी सामाजिक स्तरों के सदस्यों के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए समान अधिकार, अवसर और कर्तव्य’ में विश्वास करते थे. इसका अर्थ है कि सारे वंचित लोगों का सशक्तिकरण और मुक्ति है. एक व्यक्ति के तौर पर नेताजी एक धार्मिक व्यक्ति थे. वो ये चाहते थे कि स्वतंत्र भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य बने.
सुभाष चंद्र बोस की मौत
सरकारी दस्तावेजों ने बताया कि, नेताजी सुभाष चंद्र बोस का देहांत 18 अगस्त 1945 को विमान हादसे में हुई थी. उनका विमान क्रेश जापान जाते समय हुआ था, लेकिन नेताजी का शव नहीं मिल पाया. इसीलिए उनकी मौत एक बड़ा रहस्य बन कर रह गया है जोकि लोगों के मन में बहुत से सवालों को खड़ा करता है. आज नेताजी की 127वीं जयंती हैं.
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