सियासत के हाशिये पर पहुंच चुकी देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के लिए दुखद खबर है। दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री रहे बूटा सिंह का निधन हो गया है। उनका निधन कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति माना जा रहा है। वो भी ऐसे समय में जब देश की सबसे पुरानी पार्टी आए दिन सियासी कशमकश से जूझ रही है। बूटा सिंह गृह मंत्री मंत्री के इतर राजीव गांधी सरकार में कृषि मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं। वे 1986 से 1989 तक गृह मंत्री रहे। फिर 1984 से 1986 तक गृह मंत्री का पदभार भी संभाला। इसके उपरांत वे 2004 से लेकर 2006 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे। इसके उपरांत वे 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। ये भी पढ़े :बेखौफ अपराधी: जयपुर में पत्रकार की सरेआम पीट-पीटकर हत्या, कांग्रेस ने साधी चुप्पी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह का जन्म पंजाब के जालंधर के मुस्तफापुर गांव में हुआ था। वे लोकसभा से 8 मर्तबा सांसद भी रह चुके हैं। पंजाब में उन्हें दलित नेता के रूप में भी ख्याति मिली है। उन्होंने कांग्रेस में सक्रिय रहते हुए पार्टी को बहुत कुछ दिया है। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। फिलहाल, उनका यूं चले जाना कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति माना जा रहा है। उधर, उनके निधन पर राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। बूटा सिंह के निधन पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘सरदार बूटा सिंह जी के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।।’
Former Union Minister, former MP from Rajasthan and Congress leader Buta Singh passes away.
— ANI (@ANI) January 2, 2021
वहीं, पीएम मोदी सहित अन्य नेताओं नेे भी बूटा सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। प्रधनमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि, ‘श्री बूटा सिंह जी गरीबों के कल्याण के साथ-साथ दलितों के कल्याण के लिए एक अनुभवी प्रशासक और प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से मैं दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।’ ये भी पढ़े :राहुल गांधी को मार्च निकालने की नहीं मिली इज़ाज़त, कांग्रेस कार्यलय के आस-पास धारा 144 लागू