वॉशिंगटन। कई बार ऐसा होता है की भारत में कोई घटना घटती है तो उसकी गूंज अमेरिका तक में सुनाई पड़ती है। इसी कड़ी में बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर भारत में हिंसक हुए किसान आन्दोलन का असर अमेरिका में दिखा था। यहां भी खालिस्तानी समर्थकों ने तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया था। वहीं यहां कैलिफोर्निया के एक पार्क में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ भी कुछ उपद्रवियों ने तोड़ फोड़ की। अब यहां रहने वाले भारतीय इस मामले में जांच की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में इस मामले में भारत में भी अपना विरोध दर्ज कराया गया है।
On 28 Jan'21, Mahatma Gandhi statue at Central Park in City of Davis, California was vandalised by unknown persons. Statue was a gift by Govt of India in '16. The Govt strongly condemns this malicious & despicable act against a universally respected icon of peace & justice: MEA pic.twitter.com/vEy0I33gpV
— ANI (@ANI) January 30, 2021
इस मामले में विदेश मंत्रालय का कहना है कि वॉशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने इस मामले को अमेरिकी विदेश मंत्रालय में उठाया है और केस के जांच की मांग की है। बता दें कि अमेरिका के नॉर्दर्न कैलिफोर्निया में डेविस शहर के सेंट्रल पार्क में लगी थी महात्मा गांधी की 6 फीट लंबी और करीब 294 किलो वजनी कांसे की प्रतिमा को कुछ उपद्रवियों ने तोड़ दिया। प्रतिमा के टखने को काटा गया है और उसका चेहरे का हिस्सा भी गायब है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो गांधी की टूटी प्रतिमा पार्क के एक कर्मचारी को 27 जनवरी की सुबह मिली थी।
चार साल पहले लगी थी मूर्ति
फ़िलहाल प्रतिमा को सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया है, लेकिन जांचकर्ता अभी भी यह पता नहीं लगा सके हैं कि वास्तव में प्रतिमा को कब तोड़ा गया और इसके पीछे क्या कारण था। अब यहां रहने वाले भारतीय मांग कर रहे है कि पुलिस इस केस की जांच हेट क्राइम के केस की तरह करे। भारत ने भी इस मामले को लेकर विरोध दर्ज कराया है। बता दें कि गांधी की यह प्रतिमा भारत सरकार की तरफ से डेविस शहर को दी गई थी। इसे शहर में चार साल पहले लगाया गया था।
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