Delhi Red Fort Blast: लाल किले के पास हुए भीषण कार धमाके पर अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद के लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का पहला बयान सामने आया है। ओवैसी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि “यह देश का मामला है, किसी धर्म या समुदाय से जोड़कर देखने की गलती नहीं की जानी चाहिए। सरकार और एजेंसियां दोषियों पर जल्द कार्रवाई करें और परिवारों को न्याय मिले।”
दोषियों को सख्त सजा मिले
AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा कि दिल्ली जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में इस तरह का धमाका सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा सवाल है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार ऐसे मामलों में निर्दोष लोगों को निशाना बना लिया जाता है, जो गलत है। ओवैसी ने कहा – “मैं चाहता हूं कि असली गुनहगारों को सजा मिले, पर किसी निर्दोष को सिर्फ नाम या पहचान के आधार पर टारगेट न किया जाए। सरकार को पारदर्शी जांच करनी चाहिए।”
इस भीषण Delhi Red Fort Blast में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों घायल हैं। ओवैसी ने कहा कि उनकी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। उन्होंने कहा – “मैं प्रार्थना करता हूं कि अल्लाह उन्हें सब्र दे और घायल लोग जल्द स्वस्थ हों। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, और यह हमला देश की शांति पर चोट है।”
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
ओवैसी ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब राजधानी में इतने सुरक्षा इंतजाम हैं, तो फिर ऐसा धमाका कैसे हो गया? सांसद ने कहा – “सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर इस कार में विस्फोटक सामग्री कैसे पहुंची? क्या इंटेलिजेंस एजेंसियों को कोई इनपुट नहीं मिला था? यह लापरवाही नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता है।”
AIMIM प्रमुख ने कहा कि ऐसे हादसों के बाद सरकारें केवल बयान देती हैं, पर जमीनी कार्रवाई बहुत कम होती है। उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली ब्लास्ट की जांच निष्पक्ष होनी चाहिए ताकि सच देश के सामने आ सके। “हम सबको मिलकर देश की सुरक्षा के लिए काम करना होगा। सिर्फ निंदा या बयान देने से कुछ नहीं होगा। जब तक दोषी पकड़े नहीं जाते, देश के नागरिक चैन से नहीं रह पाएंगे,” ओवैसी ने कहा।






