संत रविदास का मानना था कि समाज में कोई धर्म और जाति छोटी और बड़ी नहीं है उन्होंने सदैव एक दूसरे का सम्मान करना सिखाया। लेकिन संत रविदास जयंती के अवसर पर ही उत्तर प्रदेश में वोट बैंक की जंग चालू हो गई । एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी की महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने संत रविदास मंदिर बनारस में दर्शन पूजा करते हुए कहां की सभी वर्गों को आपसी भेदभाव दूर करनी चाहिए और संविधान की रक्षा के लिए संत शिरोमणि के वचनों का अनुसरण करना होगा । क्योंकि भारतीय संविधान में सभी धर्म और जात को अपने अपने मजहब के अनुसार आचरण करने की स्वतंत्रता दी है।
मायावती ने इससे अपने वोट बैंक में सेंध मानते हुए प्रियंका गांधी पर हमला बोल दिया उन्होंने अपनी ट्वीट में कहा कि कांग्रेस भाजपा व अन्य पार्टियां यूपी में अपनी सरकार के रहते संत रविदास हो कभी भी मान सम्मान नहीं देती हैं लेकिन सत्ता से बाहर होने पर वे अपने अपने स्वार्थ में उनके मंदिरों में जाकर किस्म किस्म के सभी नाटक जरूर करती हैं ।उन्होंने ऐसे लोगों से रविदास समाज को सतर्क रहने की अपील की है।
अपने बयान में यहां तक कहा कि समाजवादी पार्टी भी संत रविदास का अपमान करती रही है अगर उनकी सरकार दोबारा सत्ता में आई भदोही जिले का नाम फिर से बदलकर संत रविदास नगर रखेगी जिसे की सपा सरकार ने द्वेष वश बदल दिया था । संत रविदास सदैव एक दूसरे के आपसी भाईचारे का संदेश देते रहे अब देखना होगा कि वोट बैंक की खातिर उनका किस प्रकार उपयोग और दुरुपयोग होता है। यह भी पढ़ें:- कानपुर : CAA के विरोध में चल रहे धरने को खत्म कराने पहुंची पुलिस की प्रदर्शनकारियों से हुई झड़प, सड़क पर उतरीं हजारों महिलाएं