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शादी में हो रही है देरी तो तुरंत करें ये अचूक उपाय, जल्द ही बजने लगेगी शहनाई

ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष को दूर करने के कुछ उपाय भी बताए गए हैं जिनको करने से आपको एक महीने के अंदर ही फल देखने को मिलेगा।

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Vivah Ke Upay: कभी-कभी ग्रह दोष के कारण विवाह होने में देरी होने लगती है। अगर जातक की कुंडली में मंगल दोष है तो विवाह में विलंब ,वैवाहिक जीवन में तनाव या कभी-कभी विवाह विच्छेद तक की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष को दूर करने के कुछ उपाय भी बताए गए हैं जिनको करने से आपको एक महीने के अंदर ही फल देखने को मिलेगा।

मंगल दोष के उपाय

हनुमान चालीसा का करें पाठ-मंगल दोष के उपाय के लिए हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करना चाहिए। नियमित रूप से बजरंगबली के मंदिर जाएं और मंगलवार के दिन व्रत रखे। हनुमान चालीसा का पाठ करके भी मंगल दोष के प्रभाव को काम किया जा सकता है।

रत्न धारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मूंगा (कोरल) रत्न मंगल ग्रह के प्रभाव को संतुलित करने में सहायक होता है। हालांकि किसी भी रत्न को धारण करने से पहले योग्य ज्योतिषी से परामर्श जरूर लें।

मंगलवार को दान करें: मंगलवार के दिन लाल वस्त्र, मसूर की दाल, लाल फूल, तांबे के बर्तन का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। दान और व्रत व्यक्ति की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने और मंगल ग्रह को प्रसन्न करने का माध्यम बनते हैं। या उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह का अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव होता है।

सफेद सूरमा का उपयोग: रात में सोते समय सफेद सूरमा का उपयोग करने से भी मंगल दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यह उपाय पारंपरिक रूप से उन लोगों के लिए अनुशंसित है, जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह के कारण तनाव और वैवाहिक समस्या उत्पन्न हो रही हैं।

क्रोध पर नियंत्रण: मंगल दोष को दूर करने के लिए थोड़ा क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। यह उपाय मंगल ग्रह के उग्र प्रभाव को शांत करने के साथ-साथ वैवाहिक जीवन को सुखद बनाने में भी मदद करता है।

पीपल का वृक्ष लगाना: मंगल दोष से मुक्ति के लिए पीपल या नीम का वृक्ष लगाना और उसकी नियमित देखभाल भी करना बहुत विशेष और शुभ माना जाता है। नियमित रूप से इन वृक्षों की पूजा और उनकी देखभाल करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है।

अर्क विवाह: पुरुषों के लिए अर्क (धतूरा) वृक्ष से विवाह करने का प्रचलन है इसमें अर्क का विवाह धतूरे के पौधे से कराया जाता है जिससे मंगल के नकारात्मक प्रभावों को काम किया जा सकता है।

कुंभ विवाह: यदि किसी कन्या की कुंडली में मंगल दोष है तो उसे विवाह से पहले कुंभ (घड़ा) से विवाह करने की सलाह दी जाती है। इस प्रक्रिया में कन्या का विवाह एक मिट्टी या धातु के घड़े से कराया जाता है जिसके बाद तोड़ दिया जाता है।

(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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