शादी सिर्फ दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों का भी पवित्र संबंध होती है। परंपरा के अनुसार, विवाह से पहले कुंडली मिलान जरूरी माना जाता है, क्योंकि इससे लड़के और लड़की के स्वभाव, सोच और जीवन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है। कुंडली मिलान में कुल 36 गुणों का परीक्षण किया जाता है, और कम से कम 18 से 20 गुण का मेल जरूरी होता है। यदि यह मेल नहीं होता, तो वैवाहिक जीवन में अनबन और असहमति बढ़ सकती है।
गुण मिलान क्यों है महत्वपूर्ण?
ज्योतिष शास्त्र में गुण मिलान का विशेष महत्व है। तीन प्रकार के गण होते हैं—देव, मानव और राक्षस। देव गण वाले लोग शांति और संयम वाले होते हैं, मानव गण वाले व्यावहारिक और समझदार होते हैं, जबकि राक्षस गुण वाले साहसी और आत्मविश्वासी होते हैं। यदि पति और पत्नी के गण मेल नहीं खाते, तो उनके विचारों और व्यवहार में विरोधाभास उत्पन्न हो सकता है, जिससे रिश्ता तनावपूर्ण हो जाता है।
शादी से पहले गुण मिलान कैसे सुनिश्चित करें?
विशेषज्ञ बताते हैं कि विवाह से पहले पूरी कुंडली मिलान करवाना बेहद जरूरी है। केवल गुणों के आधार पर ही यह पता चलता है कि पति-पत्नी का तालमेल कैसा रहेगा। सही गण मिलान से वैवाहिक जीवन में समझ और सहयोग बढ़ता है, जबकि अनदेखी करने पर छोटी-छोटी असहमति भी बड़ी समस्याओं में बदल सकती है। इसलिए शादी से पहले गण और अन्य सभी गुणों की जांच करना भविष्य के सुखी जीवन की गारंटी देता है।
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