PM Modi: राजधानी दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा अपना मुख्यमंत्री चुने जा रही है। दिल्ली में जीत के बाद इतना तो तय है कि भाजपा के आलाकमान को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री तय करना है । दिल्ली के मुख्यमंत्री की रेस में प्रवेश वर्मा,कपिल मिश्रा ,सतीश उपाध्याय से लेकर मोहन सिंह ,बिष्ट विजेंद्र, गुप्ता आशीष शुद्ध और पवन शर्मा जैसे बड़े चेहरे सामने आ रहे हैं। इन नाम में से भाजपा किसी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बन सकती है लेकिन अभी इसी बीच भाजपा के लिए एक बड़ी मुश्किल सामने आ गई है। अब बीजेपी को एक नहीं बल्कि दो मुख्यमंत्री बनाने होंगे।
बीजेपी को बनाने होंगे दो मुख्यमंत्री!
दिल्ली में 14 फरवरी के बाद नए मुख्यमंत्री का ऐलान होगा क्योंकि इस समय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशी दौरे पर हैं जब वह वापस आ जाएंगे तभी दिल्ली में नए मुख्यमंत्री की घोषणा की जाएगी। अब इसी बीच बीजेपी के सामने एक नई चुनौती आ गई है। दरअसल दिल्ली नए मुख्यमंत्री के ऐलान के बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है।
एन बीरेन ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा
मई 2023 से ही मणिपुर में शुरू हुई मैतेई और कुकी के बीच की हिंसा की आग को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह संभाल नहीं पाए। हिंसा के बाद से ही पूरा विपक्ष एक सुर में मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रहा था, लेकिन बीजेपी का आलाकमान इस्तीफा न देने पर अड़ा रहा, नतीजा ये हुआ कि एन बीरेन सिंह कुर्सी पर जमे रहे।8 फरवरी को दिल्ली जीतने के बाद 9 फरवरी को एन बीरेन सिंह ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और इसके चंद घंटे के बाद ही मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद अब बीजेपी के सामने बड़ी चुनौती है। अगर मुख्यमंत्री में मैतई समुदाय का हुआ तो कुकी नाराज और अगर कुकी समुदाय का हुआ तो मैतई नाराज और अगर कोई तीसरा हुआ तो दोनों समुदाय नाराज हो जाएंगे।
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